आजकल हम लोग देख रहे हैं लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति जागृत हो रहे हैं यह बात सुनकर हमें बहुत खुशी भी होती है और आश्चर्यचकित भी होना पड़ता है क्योंकि हम जो लोग देख रहे हो सिर्फ अपने बाहरी देखाओ के लिए ही सब कुछ करते हैं मगर इनमें से कुछ लोग ही हैं जो अपने अंदर बसी आत्मा और मन के लिए कुछ प्रक्रिया कसरत और योग करते हैं।
लोग अपने अपने भाइयों श रीर के ऊपर बहुत वर्कआउट करते हैं और उसको निखारने की कोशिश करते हैं मगर जो अपना मन है उसको शिक्षित नही करते हैं जो पुरानी विचारधारा और संस्कृति है उसका अनुसरण नहीं करते हैं और जो हम पश्चिमी लोगों में देखते हैं वह अपनी दिनचर्या में उतारना चाहते हैं।
मेरी मानो तो सरकार को इस बारे में कुछ कदम उठाने चाहिए जैसे वह नियम चीजों के लिए भी बजट में जगह देती है उस तरह मानसिक शांति और कसरत के लिए भी सरकार को कुछ कदम उठाना चाहिए।
चलो मैं आप आपको मन के बारे में कुछ तार्किक बातें बताता हूं।
मन के बारे में कहीं बातें हैं मगर मन एक हो हमारे शरीर का ऐसा है जो पूरे शरीर का संकलन कर है।
हमारे मन का निर्भर अपने विचारों पर रहता है और हमारे विचारों अपने देखने और सोचने की ताकत पर निर्भर होते हैं।
समाप्त
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